Dil Ka Aashiyana Where Every Relation has Its Relavance,Every Individual has his Place.Humanity Reigns Supreme.
Friday, August 27, 2010
एक सुझाव
भाई साहब आइए कुछ अच्छा कर जाइए अपने बेटे को किसी बेटी के नाम कर अपना,अपने पुरखों का नाम ऊंचा कर जाइए, या फिर, मुक्त बाजार में खुला है नीलामी का विकल्प , बेटे की कीमत लगाइए, बोली लगवाइए, मनचाहा पाइए , बेटे को बेचकर ख़ुशी-ख़ुशी घर जाइए ।
achha sujhav aur karara tikha vyang
ReplyDeleteनीलामी का विकल्प ,
ReplyDeleteबेटे की कीमत लगाइए,
बोली लगवाइए,
मनचाहा पाइए ,
बेटे को बेचकर
ख़ुशी-ख़ुशी घर जाइए ।
बहुत खूब ........आज के सच का आईना ..ऐसे ही लिखते रहे आप
ek-ek karke hi aaiye ..... paise se upar uthiye
ReplyDeleteअच्छा व्यंग है ..
ReplyDeletesamaj ki kuritiyon par vyang karti rachna..... aaj bhi shan se bete ki boli lagai ja rahi hai aur ham mookdarshak hain....
ReplyDelete