Thursday, April 15, 2010

क्यों होता है ऐसा ....

जब कभी
आ बैठता हूँ तेरे साथ
तो दिन ,महीने ,साल
एक पल में गुजर जाते हैं ।

जब कभी रहता हूँ
तुमसे दूर
पल सदियों में बदल जाते हैं ।
क्यों होता है ऐसा
मेरे साथ
कोई तो बता दे ..........

3 comments:

  1. "जब कभी रहता हूँ
    तुमसे दूर
    पल सदियों में बदल जाते हैं ।" dil ke rishte ko vigyan ki kasauti par nahi kasa jaa sakta... tabhi pal...yugo me badal jaate hain... sunder abhivyakti.. likhte rahe!

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  2. yahi to hota hai paas aur door ke waqt kee karamat !, bahut badhiyaa

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  3. जब कभी
    आ बैठता हूँ तेरे साथ
    तो दिन ,महीने ,साल
    एक पल में गुजर जाते हैं .......
    ye lines prem ki parakashtha ko darshati hai. bahut hi bhavpurn......

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