तुमसे मिलकर जाना
क्या होती है
मिलन की चाह,
विरह की आग.
तुमसे मिलकर जाना
क्यों मीठी लगती है
सूरज की आंच
जब तुम होते हो साथ,
क्यों जलाती है
चाँद की शीतल चाँदनी,
क्यों लग जाती है
सावन में आग
मेरे तन-मन में
जब तुम नहीं होते हो पास..
तुमसे मिलकर जाना
क्यों उठाती है मन में हूक
कोयल की मीठी कूक.
क्यों होता है
पपीहे की आवाज में
इतना दर्द
तुमसे मिलकर जाना
क्यों छा जाती हैं
काली घटाएं
क्यों बरसने लगते हैं मेघ,
क्यों छलक पड़ती हैं आँखें
तेरे आने के बाद,
तेरे जाने के बाद.
तुमसे मिलकर जाना
क्यों नहीं सताता सावन,
समय नहीं दे पाता
कोई संताप.
क्यों लहराता है
तेरी आँखों में
समंदर प्यार का .
तुमसे मिलकर जाना
कैसा है ये मर्ज,
क्या है इसकी दवा ?
pyaar ki koi dawa nahin hoti bhai
ReplyDeleteआपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
ReplyDeleteप्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है
कल (16-5-2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट
देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर
अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।
http://charchamanch.blogspot.com/
बहुत खूबसूरत रचना..
ReplyDeleteसुन्दर रचना.
ReplyDeleteजाने कितने सारे उत्तर,
ReplyDeleteआ गये तेरे आने से।
लगता है पुराना प्यार याद आ रहा है राजीव जी.... अच्छी कविता है...
ReplyDeletesunder rachna... :-)
ReplyDeletebahut badhiya rachna.dil se likhi huee.
ReplyDeleteaabhaar.
Sunderta se sajaai hae
ReplyDeletepyar ka ek aseem ahsaas dikhata...bahut pyari rachna..!
ReplyDeleteaisa lagta hai...kahin dil ke andar se ye aawaaj aayee ho...!!
sangrah karne layak!!
वाह ... बहुत ही खूबसूरत प्रस्तुति ।
ReplyDeleteप्यार के एहसास की अनोखी अनुभूति
ReplyDeleteबहुत खूब भैया ......
तुमसे मिलकर जाना
ReplyDeleteकैसा है ये मर्ज,
क्या है इसकी दवा ?
बहुत बढ़िया रचना ।
bahut khubsurat rachna...
ReplyDeleteतुमसे मिलकर जाना
ReplyDeleteक्यों मीठी लगती है
सूरज की आंच
जब तुम होते हो साथ,
क्यों जलाती है
चाँद की शीतल चाँदनी,
क्यों लग जाती है
सावन में आग
मेरे तन-मन में
जब तुम नहीं होते हो पास......
bahut sundar manko chhuti hui racha badhayi ho.
mar ke bhee kabhee jo khatm naa ho, ye pyaar kaa wo afasaanaa hai
ReplyDeletetum bhee to humaare saath chalo, to hum ko wahaa tak jaanaa hai
wo zum ke apanee dharatee se, aakaash jahaa mil jataa hai..tumse milker na jaane q..nice
http://shayaridays.blogspot.com