tag:blogger.com,1999:blog-5257690337924711728.post1518594045487092285..comments2023-09-20T08:51:12.052-07:00Comments on Ghonsla: अहसासRajivhttp://www.blogger.com/profile/05867052446850053694noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-5257690337924711728.post-3823714778004309842010-03-22T01:45:47.737-07:002010-03-22T01:45:47.737-07:00एहसास की यह अभिव्यक्ति बहुत खूबएहसास की यह अभिव्यक्ति बहुत खूबसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5257690337924711728.post-18852371785327033532010-03-14T22:57:47.167-07:002010-03-14T22:57:47.167-07:00"हमें मिल गया है तेरा क्रन्दन
मिल गयी है तेर..."हमें मिल गया है तेरा क्रन्दन <br />मिल गयी है तेरी मुस्कान <br />जीवन को मिल गया है एक अर्थ । "<br />राजीव जी आपकी कविता इन्ही तीन पंक्तीयोन में है... कई बार क्रंदन में भी जीवन होता है... क्रंदन से जीवन को अर्थ मिल जाता है... सुंदर एहसास...अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5257690337924711728.post-42064577305827770292010-03-12T05:33:32.600-08:002010-03-12T05:33:32.600-08:00अनुभवों को तराशने की प्रक्रिया सुखद होती है।अनुभवों को तराशने की प्रक्रिया सुखद होती है।अविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.com